मुख्तार अंसारी की यूपी जेल में दिल की धड़कने रुकने से गुरुवार रात मौत हो गई। गुरुवार सुबह पेट में दर्द होने के चलते बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था। मुख्तार के परिवार के सदस्य ने आरोप लगाया है कि उन्हें जेल में जहर दिया जा रहा था। मुख्तार अंसारी
कैसे हुई मौत–
बांदा मेडिकल कॉलेज ने बताया कि मुख्तार को जेल में पेट दर्द के चलते उल्टियां हुईं और फिर बेहोश हो गए। जिसके बाद उन्हें यहां भर्ती कराया गया। जहाँ 9 डॉक्टरों की टीम द्वारा उनका ध्यान रखा जा रहा था, लेकिन दिल की धड़कने रुकने से उनकी मौत हो गई।
भाई अफज़ल अंसारी ने लगाए जहर देने के आरोप–
मुख्तार से मिलने के बाद उसके भाई अफज़ल ने मीडिया के सामने उन्हें खाने में जहर देने की बात कही थी। उन्होंने ये भी कहा था कि ऐसा दूसरी बार हो रहा है। तकरीबन 40 दिन पहले ऐसा एक बार और हो चुका था।
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अफ़जल अंसारी |
कौन था मुख्तार अंसारी
उत्तर प्रदेश के मऊ चुनाव क्षेत्र से 6 बार लगातार विधायक रहा मुख्तार, आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के कारण हिस्ट्री शीटर था। उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अलग-अलग थानों में उसके खिलाफ 65 से अधिक केस चल रहे थे।
भाकपा के जरिए राजनीति में रखा कदम
राजनीति की दुनिया में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी(भाकपा) के सहारे कदम रखा। जेल में बंद मुख्तार को भाकपा ने टिकट दिया, लेकिन चुनाव में अंसारी को हार का मूंह देखना पड़ा। इसके बाद मऊ से लगातार 6 बार विधायक बनता रहा।
किन अपराधों के तहत हुई थी जेल– पिछले दो सालों में अंसारी को 8 केसों के तहत उत्तर प्रदेश के कोर्ट ने सजा सुनाई थी। हालिया केस 13 मार्च का था, जिसमें वाराणसी जिला अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। यह केस 1990 से जुड़ा था, जिसमें मुख्तार ने जाली दस्तावेजों के जरिए हथियारों के लाइसेंस बनवाए थे। हत्या, दंगे, शांति भड़काने जैसे अनेक दोषों के तहत सजा काट रहा था।
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