Ticker

6/recent/ticker-posts

कम खर्चा, फुल चर्चा; रेडिएटिव कूलिंग पेंट जो रखेगा आपके घर को कूल-कूल

 वैज्ञानिकों ने गर्मी से छुटकारा पाने के लिए एसी, कूलर और पंखे जैसी तमाम मशीने इजाद करीं. इन मशीनों से तपती-सड़ती गर्मी से ठंडक और राहत तो मिली लेकिन ये सब कुछ बहुत ज्यादा देर तक नहीं चल सका. क्योंकि एक समय के बाद एसी जैसी मशीनें ग्लोबल वार्मिंग के जरिए देश दुनिया का तापमान बढ़ाकर और गर्मी पैदा करने लगीं.

गर्मी से परेशान परिवार का एआई से बना चित्र

   इस समस्या को दूर करने के लिए वैज्ञानिकों ने इसका हल ढूंढना शुरु किया तो उन्होंने ठंडक पैदा करने वाला पेंट इजाद कर दिया. वैज्ञानिकों की तकनीकी भाषा में इसे रेडिएटिव पेंट कहा जा रहा है. इस लेख में इस पेंट के बारे में आसान भाषा में समझाया गया है.



रेडिएटिव पेंट क्या और किसने किया इजाद 

बंगलुरु के जवाहर लाल नेहरु फॉर एडवांस्ड साइंटफिक रिसर्च सेंटर के प्रोफेसरों ने इस कूलिंग रेडिएटिव पेंट का इजाद किया है. वैज्ञानिकों ने इसे पॉलीमर नैनोकॉम्पोसाइट पेंट नाम दिया है. इस पेंट को बनाने में रेडिएटिव कूलिंग तकनीक का प्रयोग किया गया है. इस तकनीक की मदद से किसी वस्तु से थर्मल विकिरण उत्सर्जित करके उस वस्तु की गर्मी (उष्मा) खत्म कर दी जाती है. सतह से गर्मी खत्म होने के कारण उसे ठंडा रखना आसान हो जाता है. 


पेंट में किस तरह के तत्तव शामिल हैं

   यह पेंट मैग्नीशियम ऑक्साइड- पॉलीविनाइलिडीन फ्लोराइड पॉलिमर नैनो-कंपोजिट से प्राप्त किया जाता है. यह तत्व धरती पर भरपूर मात्रा में पाया जाता है. साथ ही यह सस्ता और हानिकारक या खतरनाक भी नहीं होता है. इसमें सूर्य की किरणों और दूसरी इंफ्रारेड किरणों को रिफलेक्ट करने की क्षमता के साथ ही ठंडक पैदा करने का भी गुण होता है. वैज्ञानिकों ने बताया कि सफेद सतह के मुकाबले यह पेंट दोगुनी मात्रा में ठंडक पैदा कर सकता है. यानी इसकी मदद से गर्मी के दिनों में सतह के तापमान में 10 डिग्री सेल्सियस तक की कमी लाई जा सकती है.

   

इस पेंट से क्या फायदा होगा–

भीषण गर्मी के दौरान शहर में बने कंक्रीट के जंगलों में बिना एसी-कूलर के रहना अपने आप में सजा देने से कम नही है. भीषण गर्मी से छुटकारा दिलाने में यह पेंट मददगार साबित होगा. चूंकि घरों में ठंडक रहने से बिजली की खपत कम होगी तो बिल में भी कटौती होगी. यानी यह आर्थिक तौर से काफी लागत प्रभावी है. पर्यावरण के नजरिए से यह कुदरत को हानी पहुंचाने वाला नहीं है. 





Post a Comment

0 Comments